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BUDDHA ACADEMY TIKAMGARH (MP) || ☺ || ༺•|✤आपकी सफलता हमारा ध्येय✤|•༻
created Thursday April 08, 05:35 by kanhaiyalal yadav
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अभी-अभी युवावस्था में कदम रखने वाले दो शेर, आज पहली बार शिकार की तलाश में निकले थे परंतु भीमकाए सदृश्य बड़े भाई को ये समझ नहीं आ रहा था कि आखिर वो शिकार किसका करें। उसकी इस दुविधा को दूर करते हुए छोटे भाई ने कहा
मुझे लगता है कि तुम्हे हिरण का शिकार करना चाहिए क्योंकि वो वाकई काफी स्वादिष्ट होता है।
छोटे भाई की बात को मानकर बड़ा भाई, हिरण का शिकार करने निकल पड़ा काफी मशक्कत के बाद आखिरकार उन्हें हिरण का शिकार करने में सफलता प्राप्त हुई यद्यपि दावत काफी लजीज थी परंतु इतने छोटे शिकार से पेट भरना मुमकिन नही था। तब बड़ा भाई कहता है।
इस हिरण के पीछे मैंने झूठ-मूठ में अपना वक्त बर्बाद किया। इससे तो मेरे पेट की भूख भी नहीं शांत हुई।
तभी वहां से गुजर रहा एक तेंदुए उससे कहता है
ये सच है कि तुम्हारी भूख हिरण जैसे शिकार से नहीं मिट सकती। तुम्हें कोई बड़ा शिकार ढूंढना होगा जैसे जंगली बैल या कुछ और मुझे लगता है कि तुम्हें जंगली बैल का शिकार करना चाहिए।
युवा शेर उसकी बात मानकर जंगली बैल के शिकार के लिए निकल पड़ा काफी भटकने के बाद अचानक उसे एक दिन नदी किनारे एक जंगली बैल नजर आया।
युवा शेर उसकी बात मानकर जंगली बैल के शिकार के लिए निकल पड़ा। काफी भटकने के बाद अचानक उसे एक दिन नदी किनारे एक जंगली बैल नजर आया।
बहुत देर से भूखा शेर समय न गवाते हुए उसपर हमला बोल देता है परंतु जंगली बैल भी काफी ताकतवर है परिणामस्वरूप दोनों में काफी देर तक युद्ध चलता रहता है और आखिरकार युवा शेर को शिकस्त हासिल होती है। वह किसी तरह से अपने प्राण बचाकर वहां से भाग जाता है।
अब तो हद ही हो गई। पहला शिकार किसी काम का नहीं था और दूसरे शिकार तब मिला भी तो उसका शिकार कर पाने का स्वयं में सामर्थ में नहीं था। इन्ही सब बातो को सोच कर शेर कुंठित हो जाता है।
परंतु निराश शेर का चेहरा उस वक्त खिल उठता है जब लोमड़ी उसे बताता है कि उसने अभी-अभी तालाब किनारे एक बूढे सुअर को देखा है आगे वह कहता है कि बूढ़ा होने के नाते वह ज्यादा देर तुम्हारे सामने टिक नही पाएगा और इसतरह तुम बड़ी ही आसानी से उसका शिकार कर, अपनी पेट की आग बुझा पाओगे बाकी, तुम्हारे खाने से जो बच जाएगा उसे मै खा लुंगी।
शेर लोमड़ी की बात मान कर उसके साथ सुअर के शिकार पर निकल पड़ता है। लोमड़ी की बात सच साबित होती है और युवा शेर बड़ी ही आसानी से सूअर को अपना शिकार बनाने में कामयाब हो जाता है।
मुझे लगता है कि तुम्हे हिरण का शिकार करना चाहिए क्योंकि वो वाकई काफी स्वादिष्ट होता है।
छोटे भाई की बात को मानकर बड़ा भाई, हिरण का शिकार करने निकल पड़ा काफी मशक्कत के बाद आखिरकार उन्हें हिरण का शिकार करने में सफलता प्राप्त हुई यद्यपि दावत काफी लजीज थी परंतु इतने छोटे शिकार से पेट भरना मुमकिन नही था। तब बड़ा भाई कहता है।
इस हिरण के पीछे मैंने झूठ-मूठ में अपना वक्त बर्बाद किया। इससे तो मेरे पेट की भूख भी नहीं शांत हुई।
तभी वहां से गुजर रहा एक तेंदुए उससे कहता है
ये सच है कि तुम्हारी भूख हिरण जैसे शिकार से नहीं मिट सकती। तुम्हें कोई बड़ा शिकार ढूंढना होगा जैसे जंगली बैल या कुछ और मुझे लगता है कि तुम्हें जंगली बैल का शिकार करना चाहिए।
युवा शेर उसकी बात मानकर जंगली बैल के शिकार के लिए निकल पड़ा काफी भटकने के बाद अचानक उसे एक दिन नदी किनारे एक जंगली बैल नजर आया।
युवा शेर उसकी बात मानकर जंगली बैल के शिकार के लिए निकल पड़ा। काफी भटकने के बाद अचानक उसे एक दिन नदी किनारे एक जंगली बैल नजर आया।
बहुत देर से भूखा शेर समय न गवाते हुए उसपर हमला बोल देता है परंतु जंगली बैल भी काफी ताकतवर है परिणामस्वरूप दोनों में काफी देर तक युद्ध चलता रहता है और आखिरकार युवा शेर को शिकस्त हासिल होती है। वह किसी तरह से अपने प्राण बचाकर वहां से भाग जाता है।
अब तो हद ही हो गई। पहला शिकार किसी काम का नहीं था और दूसरे शिकार तब मिला भी तो उसका शिकार कर पाने का स्वयं में सामर्थ में नहीं था। इन्ही सब बातो को सोच कर शेर कुंठित हो जाता है।
परंतु निराश शेर का चेहरा उस वक्त खिल उठता है जब लोमड़ी उसे बताता है कि उसने अभी-अभी तालाब किनारे एक बूढे सुअर को देखा है आगे वह कहता है कि बूढ़ा होने के नाते वह ज्यादा देर तुम्हारे सामने टिक नही पाएगा और इसतरह तुम बड़ी ही आसानी से उसका शिकार कर, अपनी पेट की आग बुझा पाओगे बाकी, तुम्हारे खाने से जो बच जाएगा उसे मै खा लुंगी।
शेर लोमड़ी की बात मान कर उसके साथ सुअर के शिकार पर निकल पड़ता है। लोमड़ी की बात सच साबित होती है और युवा शेर बड़ी ही आसानी से सूअर को अपना शिकार बनाने में कामयाब हो जाता है।
