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साँई कम्‍प्‍यूटर टायपिंग इंस्‍टीट्यूट गुलाबरा छिन्‍दवाड़ा (म0प्र0) संचालक:- लकी श्रीवात्री मो0नां. 9098909565

created Friday June 27, 09:05 by lucky shrivatri


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इंसान की सहज आदत होती है कि उसे अधिक सुख सुविधा मिलें। उन सुख सुविधाओं को वह खोजता हुआ शहर की ओर जाता है। आज के युग में शहरों की ओर झुकाव चारों ओर से विकसित होता हुआ दिखाई पडता है शहरी जीवन प्रलोभनकारी से भरपूर है। यहां की चमचमाती मजबूत सडकें और बडी कार और घर-घर तक बिजली की पहुंच और आधुनिक उपकरण और घरों के वातानुकूलित कमरे और बहुसंकेतक होटल आदि शहरों की चकाचौंध कई गुना बढा देते हैं। इसके अलावा सरकारी तथा गैर सरकारी आफिस ओर रेल सेवा और वातानुकूलित बसे देखकर कोई भी मोहित हो सकता है। वह शहर की चकाचौंध में खो सकता है। उसे लगता हैं कि वह किसी और लोक में गया है। आज शहर सुविधाओं के केंद्र है। सरकारी योजनाओं का अधिकांश लाभ शहरों को मिलता है। यहां विकास की गति बहुत तेज होती है। शहरों में बढिया पदासीन अधिकारियों तथा नेताओं का निवास होने के कारण यहां सुविधओं की कमी नहीं होती है। शहरों में एक और जहां रोजगार के छोटे बडे अनेक अवसर मिलते हैं वही क्षमता के अनुसार नौकरी के अवसर भी मिलते हैं वहीं दूसरी हमारे जीवन के लिए जरूरी चीजें भी आसानी से मिल जाती हैं। खाने की चीजे दूध और तेल साबुन और कपडा आदि के लिए किसी विशेष दिन लगने वाली बाजार का तो इंतजार करना होता है और ही अधिक दूर जाना होता है। यहां परिवहन सेवा और उपचार सेवा आदि सुलभ है। यहां दो कदम पर माल है तो चार कदम पर सिनेमाघर है। यही हालत बाकि सुविधाओं के भी है। शहरी जीवन अमीर लोगों के लिए शहर सुविधा के केंद्र हैं। यहां उनके लिए एक से बढकर एक सुख सुविधाएं मिलती हैं। महानगरों का जीवन मोहकता से भरपूर है। धनी लोग शहरों में सुख सुविधाओं का लाभ उठाते हैं। शहरों में हर प्रकार के क्षेत्रों में सुविधाएं मौजूद है। शिक्षा और खेलकूद और मनोरंजन सभी क्षेत्रों में बेहतरीन अवसर दिए जाते है ताकि आम इंसान बढिया पढाई और खेलकूद का प्रशिक्षण पा सकें। पढने के लिए शहरों में सभी सुविधाएं और जरूरी प्रबंध किये गए। शहरों में उनको रोजगार के अलग अलग अवसर मिल जाते है कोई भी इंसान अपनी शमता के अनुसार कोई भी कम कर सकता है। चाहे उससे अपना खुद का कोई कारखाना खोलना हो या किसी आफिस में कोई नौकरी करनी हो। शहरों में कोई भी काम आसानी से शुरू किया जा सकता है। केवल मेहनत और लगन की जरूरत होती है। आज के समय में सरकार ने बहुत सारी सुविधांए शहरों के निवासियों को मुहैया कराई हुई है। जैसे फ्री बिजली और फ्री पानी और फ्री बस सुविधाएं। शहरों में विकास अपनी सीमा पर है। शहरों में किसी भी काम के लिए परेशानी नहीं होती है। कोई भी काम आसानी से हो जाता है। शहरों में छोटे बालकों के लिये भी सरकार ने बहुत सी सुविधांए मुहैया कराई है। जैसे लडकियों के लिये तो बहुत सी योजनाएं बनाई गयी है। लाडली योजना और लडकियों की शादी के लिये भी सरकार आज पैसे देती है और तो आज किसी भी चिकितशालय में बालकों का जनम होता है तो सरकार पैसे देती है और सरकारी शिक्षालयों में लडका हो या लडकी दोनो को फ्री में शिक्षा दी जाती है। शहरों में दिन प्रतिदिन विकास हो रहा है।  
 
 
 
 
 
 

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