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BUDDHA ACADEMY TIKAMGARH (MP) || ☺ || ༺•|✤ आपकी सफलता हमारा ध्येय ✤|•༻
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प्राचीन काल में विक्रम नाम का एक राजा हुआ करता था। राजा विक्रम अपने साहस पराक्रम बहुत मशहूर थे विक्रम अपनी प्रजा से बहुत ही जुडे रहते थे। उनके जीवन के दु:ख दर्द जानने के लिए रात्री में भेष बदल कर अपने नगर में घूमते थे। बेसहारा और दु:खी भी दूर करते थे किसी गांव में एक तांत्रिक रहता था वह अपनी तांत्रिक विद्या बढाने के लिए बत्तीस लक्षण वाले ब्राह्मण पुत्र की बली देने का सोचता है ताकि उसकी शक्तियां चार गुना बढ जाए। यह सोचकर तांत्रिक गांव गांव घुमना शुरू करता है एक दिन तांत्रिक ने जैसा उसे ब्राह्मण पुत्र चाहिए था उसने ढुढ लिया। तांत्रिक उसको मारने के लिए उसके पीछे पड़ता है पर वह ब्राह्मण पुत्र भाग कर जंगल में चला जाता है और वहां उसे एक प्रेत मिलता है जो ब्राह्मण पुत्र को उस तांत्रिक से बचने के लिए शक्तियां देता है और वहीं प्रेत रूप में पेड पर उल्टा लटक जाने को कहता है। और यह भी कहता है कि जब तक वह उस पेड पर रहेगा तब तक वह तांत्रिक उसे मार नहीं पाएगा। वही ब्राह्मण पुत्र बेताल होता है। ब्राह्मण पुत्र की उम्र काफी कम होती है बच्चा मन यह नहीं समझ पाता की वह जिससे मदद ले रहा है। वह भी उसे ठग कर मनुष्य से प्रेत बना रहा है तांत्रिक के डर से वहीं करता है जो वह प्रेत कहता है। तांत्रिक बहुत कोशिश करता है उस बालक को पेड से नीचे उतारने की पर वह नही कर पाता है। एक दिन तांत्रिक को राजा विक्रम के पराक्रम और शौर्य गाथाओं के बारे में सुनता है तो वह सोचता है क्यों ना इस राजा की मदद से उस बालक को पेड से नीचे उतारा जाए। राजा विक्रम से उस पेड पर लटक रहे प्रेत बेताल को लाने के लिए कहता है। राजा विक्रम अपनी प्रजा का काम समझ कर उस तांत्रिक की असल मंशा से अनजान उसका काम करने निकल पडते है। राजा विक्रम पेड से बेताल को हर बार उतार लेते और उस तांत्रिक के पास ले जाने लगते। रास्ता लंबा होने की वजह से हर बार बेताल कहानी सुनाने लगता और यह शर्त रखता है कि कहानी सुनने के बाद यदि राजा विक्रम ने उसे प्रश्न का सही उत्तर ना दिया तो वह राजा विक्रम को मार देगा। और अगर राजा विक्रम ने जवाब देने के लिए मुंह खोला तो वह रूठ कर फिर से अपने पेड पर जा कर उल्टा लटक जाएगा। बेताल कहानी सुनाना शुरू करता है किसी गांव में एक वृद्ध स्त्री रहती थी उसका एक बेटा था जिसका नाम राजू था वह स्त्री कपडे सिलने का काम कर के अपना और अपने बेटे का पेट पालती थी।
राजू कामचोर और आलसी लडका था वह दिन रात गांव में घुमता फिरता रहता था। घर पर मां की किसी भी काम में बिल्कुल भी मदद नहीं करता था। राजू के पास एक दिव्य शक्ति थी राजू जो भी सपना देखा वह हकीकत बन जाता था। राजू के साथ एक बडी परेशानी भी थी कि उसे अक्सर बुरे सपने ही आते थे और जब भी कोई बुरा सपना आता था वह सपना हकीकत बन जाता था। एक दिन राजू को सपना आता है कि कुछ लोग विवाहित परिवार और बारात को लूट रहे हैं और उनसे मारपीट भी कर रहे हैं। राजू ने जिस लडकी को सपने में देखा वह थोडी देर बाद उसे अपने ही घर में नजर आती है।
राजू कामचोर और आलसी लडका था वह दिन रात गांव में घुमता फिरता रहता था। घर पर मां की किसी भी काम में बिल्कुल भी मदद नहीं करता था। राजू के पास एक दिव्य शक्ति थी राजू जो भी सपना देखा वह हकीकत बन जाता था। राजू के साथ एक बडी परेशानी भी थी कि उसे अक्सर बुरे सपने ही आते थे और जब भी कोई बुरा सपना आता था वह सपना हकीकत बन जाता था। एक दिन राजू को सपना आता है कि कुछ लोग विवाहित परिवार और बारात को लूट रहे हैं और उनसे मारपीट भी कर रहे हैं। राजू ने जिस लडकी को सपने में देखा वह थोडी देर बाद उसे अपने ही घर में नजर आती है।
