Text Practice Mode
साँई कम्प्यूटर टायपिंग इंस्टीट्यूट गुलाबरा छिन्दवाड़ा (म0प्र0) सीपीसीटी न्यू बैच प्रारंभ संचालक- लकी श्रीवात्री मो. नं. 9098909565
created Feb 28th, 05:26 by lucky shrivatri
1
200 words
48 completed
1
Rating visible after 3 or more votes
saving score / loading statistics ...
00:00
एक बार एक राजा को दो सुंदर बाज उपहार में मिले। राजा बहुत प्रसन्न हुआ और उसने बाजों को प्रशिक्षित करने के लिए एक कुशल प्रशिक्षक नियुक्त किया। कुछ महीनों बाद प्रशिक्षक राजा के पास आया और बोला, महाराज दोनों बाज बहुत शक्तिशाली हैं, लेकिन एक समस्या है- एक बाज आसमान में ऊंची उड़ान भरता है, जबकि दूसरा अपनी डाल से हिलता ही नही। राजा ने कई विशेषज्ञ बुलाए, लेकिन कोई भी उस बाज को उड़ाने में सफल नहीं हुआ। अंत में एक किसान को बुलाया गया। अगले ही दिन राजा ने देखा कि वह बाज ऊंचाई पर उड़ रहा था। राजा ने उत्सुकता से किसान से पूछा, तुमने ऐसा क्या किया कि यह बाज उड़ने लगा? किसान ने मुस्कुराते हुए उत्तर दिया, महाराज मैंने बस उस डाल को काट दिया, जिस पर वह बैठा था। जैसे ही उसे यह अहसास हुआ कि अब उसके पास कोई सहारा नहीं है, वह स्वाभाविक रूप से उड़ने लगा। हमारे जीवन में भी कई बार ऐसा होता है। हम अपनी सुविधाओं डर और असुरक्षाओं के कारण अपनी वास्तविक संभावनाओं को नहीं पहचान पाते। जब तक हम अपने आराम के दायरे से बाहर नहीं आएंगे, तब तक हम ऊंचाई तक नहीं पहुंच सकते।
