Text Practice Mode
साँई कम्प्यूटर टायपिंग इंस्टीट्यूट गुलाबरा छिन्दवाड़ा म0प्र0 संचालक:- लकी श्रीवात्री मो0नां. 9098909565
created May 22nd, 04:27 by Sai computer typing
2
322 words
51 completed
0
Rating visible after 3 or more votes
saving score / loading statistics ...
00:00
बीरबल की तरह ही लुकमान भी बहुत बुद्धिमान और चतुर था। अकबर की तरह उसका शेख भी लुकमान से बहुत सारे सवाल पूछता जिसका लुकमान बहुत ही बुद्धिमानी से जवाब देता। उसके पास हर सवाल का एक जवाब होता था। एक बार शेख ने एक बकरी देखी तो उसके मन में विचार आया और उसने लुकमान से कहा, लुकमान जाओ और उस बकरी को मार कर उसके शरीर का सबसे श्रेष्ठ अंग लेकर आओ। लुकमान तुरंत गया और जाकर बकरी को मार दिया। उसके बाद उसने बकरी की जीभ काटी और जाकर शेख के आगे रख दी। शेख ने जीभ देखी और फिर से कहा, बहुत बढिया अब जाओ और एक बकरी को मार कर उसके शरीर का सबसे निकृष्ट अंग लेकर आओ।
लुकमान शेख की आज्ञा का पालन करते हुए फिर से एक बकरी को मारने चला गया। बकरी को मारने के बाद एक बार फिर से वो बकरी की जीभ काट लाया। यह देख कर शेख का गुससा सातवें आसमान पर चढ गया। ये क्या मजाक है? एक ही चीज सबसे बढियाा और सबसे निकृष्ठ कैसे हो सकती है। शेख गुस्से में आग बबूला होते हुए लुकमान को बोला। तो लुकमान ने शांत स्वभाव से ही जवाब दिया, क्यों नहीं हो सकता एक जीभ ही वो अंग है जो अच्छा बोले तो इन्सान की जय-जयकार होती है। वाणी मीठी हो तो सबके दिलों पर राज करती है और इस से इन्सान सबके हृदय पर विजय प्राप्त कर सकता है। वहीं यदि यह बुरा बोलने लगे तो इन्सान का बुरा वक्त उसके साथ रहने लगता है। उसे कोई पसंद नहीं करता और उसका अंत भी बुरा होता है। लुकमान का यह उत्तर सुन एक बार फिर से शेख को वही खुशी और संतुष्टि मिली जैसा कि पहले उसके जवाबों से मिलती थी।
शिक्षा:- इसलिए आप अपनी जीभ को ऐसा बनाइये कि यह सबके साथ सभ्यता से पेश आये। इस से आप जल्द ही सबके दिलों पर राज करते नजर आयेंगे।
लुकमान शेख की आज्ञा का पालन करते हुए फिर से एक बकरी को मारने चला गया। बकरी को मारने के बाद एक बार फिर से वो बकरी की जीभ काट लाया। यह देख कर शेख का गुससा सातवें आसमान पर चढ गया। ये क्या मजाक है? एक ही चीज सबसे बढियाा और सबसे निकृष्ठ कैसे हो सकती है। शेख गुस्से में आग बबूला होते हुए लुकमान को बोला। तो लुकमान ने शांत स्वभाव से ही जवाब दिया, क्यों नहीं हो सकता एक जीभ ही वो अंग है जो अच्छा बोले तो इन्सान की जय-जयकार होती है। वाणी मीठी हो तो सबके दिलों पर राज करती है और इस से इन्सान सबके हृदय पर विजय प्राप्त कर सकता है। वहीं यदि यह बुरा बोलने लगे तो इन्सान का बुरा वक्त उसके साथ रहने लगता है। उसे कोई पसंद नहीं करता और उसका अंत भी बुरा होता है। लुकमान का यह उत्तर सुन एक बार फिर से शेख को वही खुशी और संतुष्टि मिली जैसा कि पहले उसके जवाबों से मिलती थी।
शिक्षा:- इसलिए आप अपनी जीभ को ऐसा बनाइये कि यह सबके साथ सभ्यता से पेश आये। इस से आप जल्द ही सबके दिलों पर राज करते नजर आयेंगे।
![](https://10fastfingers.com/img/layout/stuff/ajax-loader3.gif)