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Malti Computer Center Tikamgarh
created Apr 2nd 2024, 02:15 by Ram999
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				जब आप घूमना शुरू करते हैं तो आपने शरीर में हर पल क्या होता है । यहां प्रति मिनट के लिहाज से होने वाली शारीरिक प्रतिक्रियाएं उनका आपस में क्या संबंध है, नियमित भ्रमण और व्यायाम से आपके शरीर पर होने वाले चमत्कारिक और लाभकारी परिवर्तनों का क्रम इस प्रकार हैं। शुरूआती एक मिनट से 5 मिनट में जब आप घूमना शुरू करते हैं तो कुछ रसायनों का शरीर की कोशिकाओं में संचार होता है, जो आपकी शारीरिक कोशिकाओं के लिए ईंधन का कार्य करते हैं। घुमते समय आपके दिल की गतिदर 70 से 100 तक प्रति मिनट पहुंच जाती है, रक्तसंचार में तेजी होती है, जिससे मांसपेशियोंमें गर्मी आती है। शरीर के संधि स्थानों के गतिरोध को दूर करने के लिए वसीय तत्वों का संचार होता है, जिससे आप के लिए चलना फिर ना सहज साध्य हो जाता है। जब आप चलना शुरू करते हैं तो आपका शरीर प्रति मिनट 5 कैलोरी का क्षय करना शुरू कर देता है और ईंधन के रूप में शरीर में संचित कार्बोहाइड्रेट और वसा को खींचने लगता है। 6 से10 मिनट में हृदय की गति अधिक हो जाती है और संचित कैलोरी क्षय होने प्रति मिनट 6 कैलोरी तक हो जाती  है। नियमित रसायनों के संचार से रक्तचाप और रक्त वाहिकाओं में प्रवाहित रक्त की मात्रा  भी किंचित उच्च हो जाती कोशिकाओं के लिए ईंधन का कार्य करते हैं। घुमते समय आपके दिल की गतिदर 70 से 100 तक प्रति मिनट पहुंच जाती है, रक्तसंचार में तेजी होती है, जिससे मांसपेशियों है जिस से शरीर की मांस पेशियों को मिलने वाले रक्त और आक्सीजन की मात्रा दोनों उच्च हो जाते हैं। 11 से 20 मिनट की अवधि में शरीर का तापमान उच्च होना शुरू हो जाता है जो धीरे धीरे दिल तक पहुंचता है जिससे उसे आराम मिलता है। इस अवधि में आपका ऊर्जा क्षय प्रति  मिनट 7 कैलोरी हो जाता है और साथ ही श्वांस गहरी होती जाती है, इससे एपिनिजिन और ग्लूकोगोन तरह के हार्मोंस का अधिकाधिक स्त्राव होता है जिससे शरीर की मांसपेशियों को आसानी से ईंधन मिलने लगता है। 21 से 45 मिनट की अवधि में घूमने वाले शरीर में ताजगी के साथ ही स्वउत्प्रेरण की क्षमता आ जातीहै, उससे तनाव को स्तर घटने लगता है। साथ ही अच्छे व लाभकारी रसायनों का संचार होने लगता है कि आपके मस्तिष्क से एंडोरफिन्स का संचरण, जिससे अधिक संचित वसा का क्षय शुरू होता है। इससे इंसुलिन हार्मोन  का स्तर भी संतुलित होने लगता है। जिससे जो लोग मोटापा और मधुमेह से ग्रसित हैं उन्हें इन दोनों रोग का सामना करने की ताकत मिलती है । 45 से 60 मिनट की अवधि में शरीर की मांसपेशियों में थकान का स्तर उच्च हो जाता है, जिससे आपके शरीर में जमा कार्बोहाइड्रेट  की मात्रा घटने लगती है। जिससे आपको शीतलता का अनुभव होता है।अब आपके दिल की गतिघट जाती है, श्वांस लेने की प्रक्रिया भी धीमी हो जाती है। इस अवधि में आपके शरीर से ऊर्जा के क्षरण का स्तर किंचित कम होता है, पर जब आपने घूमना शुरू किया उससे अधिक ऊर्जा का क्षरण इस अवधि में होता है। एक घण्टे घूमने से कैलोरी क्षय होने की गति अधिक हो जाती है, यह कहा जा सकता है। एकमात्र घूमने से तमाम खुशियां मिल सकती है शरीर के लिए घूमना मानव शरीर के लिए वरदान है। 
			
			
	        
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