eng
competition

Text Practice Mode

साँई कम्‍प्‍यूटर टायपिंग इंस्‍टीट्यूट गुलाबरा छिन्‍दवाड़ा म0प्र0 संचालक:- लकी श्रीवात्री मो0नां. 9098909565

created Mar 29th, 10:26 by lucky shrivatri


1


Rating

383 words
15 completed
00:00
गर्मी का दिन था। एक प्‍यासा कौआ पानी की तलाश में भटक रहा था। लेकिन उसे कहीं पानी नहीं मिला। लगातार उड़ने के कारण वह बहुत थक गया था। गर्मी के कारण उसकी प्‍यास तेज हो गई। वह धीरे-धीरे धैर्य खोता जा रहा था। उसने सोचा कि उस दिन वह मर जाएगा। लेकिन वह फिर उड़ने लगा। वह अपने घर से बहुत दूर चला गया था। उसने देखा कि एक और कौआ एक पेड़ के नीचे पड़ा हुआ है। क्‍या हुआ भाई? उदास क्‍यो हो मुझे लगता है कि पानी की कमी के कारण मैं फिर से उड़ान नहीं भर पाऊंगा। मेरे पंखों में कोई ताकत नहीं बची है। मैंने पानी की तलाश में कड़ी मेहनत की। लेकिन अब मैंने सारी उम्‍मीदें खो दी है। उम्‍मीद मत खोना मेरे दोस्‍त। हम निश्चित रूप से समाधान निकालेंगे। हमें दृढ़ रहना चाहिए। देखभाल करना। मैं कहीं और पानी ढूंढ लूंगा। कौवा और दूर उड़ गया। जब वह थक गया तो एक घर की छत पर बैठ गया। उसने कोने में एक बर्तन देखा। वह पानी मिलने की उम्‍मीद में बर्तन के पास गया। उसने अंदर झांका। मटके में पानी था लेकिन वह बर्तन के नीचे था। कौआ अपनी चोंच को इतनी दूर तक डूबा नहीं पा रहा था। उसने सोचा कि अगर घड़ा झुका दिया तो पानी गिर सकता है या घड़ा टूट सकता है और उसे पानी नहीं मिलेगा।  
वह नहीं जानता था कि अपनी प्‍यास बुझाने के लिए बर्तन में पानी कैसे पहुचाया जाए। वह एक विकल्‍प के बारे में सोचने लगा। उसने देखा कि घड़े के पास कंकड पडे है। उसे एक विचार आया। वह अपनी चोंच से कंकड घड़े डालने लगा। कौआ थकान और प्‍यास से परेशान था फिर भी वह घड़े में कंकड गिराता रहा। कुछ देर बाद पानी का स्‍तर बढ़ा। कौआ अब पानी पी सकता था। उनकी मेहनत रंग लाई। पानी पीकर वह संतुष्‍ट हो गया। उस समय उसे अपने मित्र की याद आई जो प्‍यास से मर रहा था। वह वापस उस पेड़ के पास गया जहां उसे आखिरी बार देखा था। पेड़ के नीचे पड़ा कौआ बेहोश था। कौवे ने अपनी चोंच में रखे पानी को दूसरे कौवे पर छिड़क दिया। कौवे को होश आया। उसने उसे बताया कि उसे पानी मिल गया है। वे धीरे-धीरे उड़कर उस स्‍थान पर चले गए जहां घड़ा था।  
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

saving score / loading statistics ...