Text Practice Mode
SHREE BAGESHWAR ACADEMY TIKAMGARH (M.P.)CPCT HINDI MATTER Contact- 8103237478
created Aug 6th 2022, 03:50 by Shreebageshwar Academy
1
421 words
61 completed
0
Rating visible after 3 or more votes
saving score / loading statistics ...
00:00
किताबें ज्ञान का भंडार होती है। इनमें हर तरह का ज्ञान भरा होता है। ये इंसान की सबसे बेहतरीन मित्र होती है। किताबें हमेशा बेहतरीन मित्र तथा पथ प्रदर्शक का काम करती हैं और ये इंसान को गलत राह पर चलने से हमेशा रोकती हैं। जन साधारण तक ये सुगमता से पहुंच सकें इसलिए ही लिए समय समय पर किताब मेलों का आयोजन किया जाता रहा है। लोगों की किताबों से निकटता बढाने के लिए व उनमें पठन पाठन की अभिरूचि पैदा करने के प्रयोजन से किताब और पाठकों के बीच दूरी कम करना बहुत जरूरी सा हो गया है। इसके अलाबा किताबें छप कर यदि केवल दुकानों तक सीमित रह जाती हैं या केवल किताब केंद्रों की शोभा बढाती हैं तो आम आदमी उनसे अनभिज्ञ ही रह जाता हैं। ऐसे में किताबों का प्रचार तथा प्रसार करना बहुत जरूरी हो जाता है। इस प्रयोजन को पूरा करने में किताब मेले विशेष व उपयोगी भूमिका निभाते हैं अब ऐसे मेलों की लोकप्रियता और भी अधिक बढती जा रही हैं किताब मेले कितने उपयोगी हैं इस विषय पर लोगों की हमेशा से ही दो राय रही हैं। पहली राय तो यह कि ये मेले दिखावा बन कर रह जाते हैं। पाठक वर्ग इन तक पहुंच ही नहीं पाता। ये मेले सही तरीके से अपने प्रयोजनों की पूर्ति में सफल नहीं हो पाते हैं लेकिन वहीं इसके विपरीत दूसरी राय यह है कि किताब मेले बहुत उपयोगी होते हैं। जन साधारण तक किताबें पहुंचाने का तथा किताबों के विज्ञापन प्रकाशकों की बिक्री बढाने का ये सबसे बेहतरीन जरिया हैं। की कई दुकानों पर घूमना पड जाता हैं। कई बार तो जब वह किताब उस बाजार विशेष की किसी दुकान पर नहीं मिलती तो हमें कई दूसरे बाजारों में भी घूमना पडता है। किताब मेलों में एक ही प्रयास में हम सभी प्रकाशकों व लेखकों तथा मशहूर विचारकों की किताबें आसानी से मिल जाती हैं यहां यानि की किताब मेलों देश के ही नहीं अपितु विदेशी प्रकाशक भी अपनी दुकान लगाते हैं जिससे यहां दूर्लभ किताबें भी सरलता से मिल जाती हैं इतना ही नहीं पाठकों यानि ग्राहकों को लुभाने और अपनी बिक्री बढाने के लिए वे प्रकाशक किताबों की कीमतों पर विशेष छूट भी देते हैं। ऐसे में पाठकों और क्रेताओं को दोहरा लाभ मिल जाता है। किताब मेलों का आयोजन और भी उपयोगी एवं लोकप्रिय हो सकता हैं। यदि इन मेलों को शहर में अनके जगहों पर आयोजित किया जाए तथा इनके आयोजन के पूर्व संचार साधनों से विधिवत लोगों को जानकारी दी जाए। किताबों कोकम से कम कीमतों पर बेचा जाए
