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बंसोड टायपिंग इन्स्टीट्यूट गुलाबरा छिन्दवाड़ा म0प्र0 सीपीसीटी की सम्पूर्ण तैयारी करवायी जाती है।
created Jun 22nd 2022, 11:01 by sachin bansod
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रक्षा मंत्रालय द्वारा अग्निपथ योजना की घोषणा के साथ ही बिहार सहित देश के कई राज्यों में इस योजना का हिंसक विरोध प्रारम्भ हो गया जो प्रथम दृष्टया सुनियोजित और एक बड़े षड़यंत्र का हिस्सा प्रतीत हो रहा है, विगत दो तीन सप्ताह से नूपुर शर्मा के बयान को लेकर जिस प्रकार हिंसा की गयी, फिर राहुल गांधी की प्रवर्तन निदेशालय में पेशी को लेकर कांग्रेस ने हिंसक प्रदर्शन किए वर्तमान अग्निपथ विरोधी हिंसा भी उसी पुस्तक का एक अन्य अध्याय लग रही है। भाजपा और विशेषकर मोदी विरोधी राजनैतिक दल जिस प्रकार चिडि़या उड़ का खेल खेल रहे हैं तथा छात्रों को भड़का रहे हैं वह किसी देशद्रोह से कम नहीं है। वास्तविकता यह है कि अग्निपथ योजना के अंतर्गत जिन अग्निवीरों की भर्ती होगी उनमें से 25 प्रतिशत तो सेना में ही आगे बढ़ जायेंगे जबकि चार वर्ष बाद वापस आने वालों के लिए अर्ध सैनिक बल, मर्चेंट नेवी, राज्य सुरक्षा बालों के साथ साथ कई सरकारी, अर्ध सरकारी और निजी क्षेत्र में भिन्न भिन्न प्रकार के अवसर ही अवसर उपलब्ध होंगे। ऐसी स्थिति में आज भले ही राजनैतिक दल निहित स्वार्थवश छात्र समुदाय को भड़का लें लेकिन भविष्य में जब यह योजना धरातल पर उतर आयेगी और जनता को इसका लाभ होता दिखाई पड़ेगा तब परिस्थितियां पूरी तरह बदल जाएंगी। अग्निपथ एक महात्वाकांक्षी योजना है जिससे हमारा देश मजबूत होगा, संकट के समय देश को अतिरिक्त सैनिक मिल सकेंगे जिस प्रकार से दूसरे देशों में होता है। आज विश्व के 30 देशों में अग्निपथ जैसी योजनाएं चल रही हैं और सभी देश उसका लाभ उठा रहे हैं। ये देश अपने रिजर्व सैनिकों के दम पर ही मजबूती के साथ खड़े है। रूस-यूक्रेन युद्ध हो या फिर इजरायल –फिलीस्तीन सभी युद्धों व संघर्षां में अग्निपथ जैसी योजना के कारण ही अपनी सीमाओं को सुरक्षित कर पा रहे हैं। अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे लोगों को आराम से बैठकर यह योजना समझनी चाहिए और युवाओं को इस योजना में भाग लेकर अपना भविष्य संवारने के लिए प्रेरित करना चाहिए। देश को यह समझना ही होगा कि सरकार यह योजना देश की सेनाओं को युवा, सशक्त, ऊर्जावान व उनको और अधिक आधुनिक बनाने के लिए लेकर आयी है। यह योजना लागू हो जाने के बाद देश के पास ऐसे सैनिक हर समय उपलब्ध रहेंगे जो आवश्यकता पड़ने पर एक संदेश मिलते ही देश की सेवा के लिए उपलब्ध हो जायेंगे।
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