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साँई कम्प्यूटर टायपिंग इंस्टीट्यूट गुलाबरा छिन्दवाड़ा (म0प्र0) संचालक:- लकी श्रीवात्री मो0नां. 9098909565
created Jan 10th 2022, 02:51 by sandhya shrivatri
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हम ईश्वर को क्यों याद करते है? उसके प्रति आकर्षण और विश्वास का कारण क्या है? हमें इन सवालों पर विचारो-मंथन करने की जरूरत है। कहीं ईश्वर को याद करने के पीछे हमारा उद्देश्य यह तो नहीं कि हम उन्हें अपने लिए इस्तेमाल करने की चाह रखते है। क्या हम अपनी तकलीफों के समाधान के लिए अपने लाभ के लिए ईश्वर को याद करते है। यदि ऐसी बात है तो हमारा विश्वास छिछला रहा जाता है। हम अपनी जरूरतों की पूर्ति के लिए ईश्वर को याद करते हैं और अपना काम हो जाने के बाद उन्हें भूल जाते है। ऐसी हालात में विश्वास के छिछले केन्द्र बिन्दु में ईश्वर नहीं होते, हमारी जरूरतें होती है। हम अपनी आवश्यकताओं के बारे में ईश्वर से प्रार्थना उचित है, लेकिन ध्यान रहे ईश्वर तो हमें हमारी आशा से ज्यादा देते है। इसलिए ईश्वर को केवल जरूरत के लिए याद न करें, उनके साथ प्रेम का संबंध बनाएं। सच्चे प्रेम में स्वार्थ नहीं होता, यह स्वंतत्र होता है। बदले में कोई चीज पाने के लिए प्रेम नहीं किया जाता है। यह न ईश्वर के मामले में, बल्कि हमारे मानवीय और सामाजिक जीवन के संबंध में भी लागू होता है। हम अपने काम के लिए लोगों से रिश्ते न जोड़ें। लोगों का उपयोग अपने फायदे के लिए करना ठीक नहीं है।
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