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साँई कम्‍प्‍यूटर टायपिंग इंस्‍टीट्यूट गुलाबरा छिन्‍दवाड़ा (म0प्र0) सीपीसीटी न्‍यू बैच प्रारंभ संचालक- लकी श्रीवात्री मो. नं. 9098909565

created Sep 16th 2021, 04:42 by lucky shrivatri


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चिकित्‍सा स्‍नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए कराई जा रही राष्‍ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा नीट में नकल और धांधली की खबरें चिंतित करने वाली है। चिंता इस बात की भी कि परीक्षा तंत्र में सेंध लगाते हुए नकल गिरोह केवल पर्चे आउट करा रहे हैं, बल्कि मूल की जगह किसी अन्‍य परीक्षार्थी यानी एवजी को भी बैठाने की जुर्रत कर रहे है। जयपुर से नीट-2021 का पर्चा आउट होने की तो पुलिस ने पुष्टि भी कर दी है। यूपी में एसी ही एवजी छात्रा गिरफ्तार हुई तो पुलिस को जानकारी मिली कि गिरोह के तार बिहार से जुड़े है। जयपुर में नीट का पर्चा लीक होने की प्रारंभिक जांच में कोचिंग इंस्‍टीट्यूट  से जुड़े लोगों की मिलीभगत की जानकारी तो और भी चौंकाने वाली है। जाहिर हैं कि समूची परीक्षा प्रक्रिया में ही इतनी खामियां हैं कि जिसे जहां मौका मिलता है वही सिस्‍टम में सेंध लगाने से नहीं चूकता।  
गंभीर सवाल यह भी है कि पर्चा लीक कराने और एवजी परीक्षार्थियों को इस प्रतिष्ठित परीक्षा में बैठाने वाले गिरोह से जुड़ लोग परीक्षार्थियों उनके अभिभावकों से लाखों रूपए ऐंठ रहे है। पिछले कुछ सालों से मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश की प्रक्रिया में धांधली की शिकायतें लगातार रही है। इस तरह की परीक्षाओं में कोई गड़बड़ी हो, इसके लिए तमाम कानून-कायदों के साथ परीक्षा कक्ष में दाखिले से पहले परीक्षार्थियों की तलाशी भी ली जाती है। इस बार भी कई वस्‍तुओं उपकरणों को परीखा देत वक्‍त साथ रखने को प्रतिबंधित किया गया था, जिनमें मोबाइल, ब्‍लूटूथ इयरफोन, माइक्रोचिप आदि शामिल थे। इसके बावजूद पेपर लीक हो जाना बताता है कि नकल गिरोह से जूड़े लोग सिस्‍टम से दो कदम आगे बढ़ रहे है। केवल नीट, बल्कि किसी भी अन्‍य पाठ्यक्रम के लिए प्रवेश परीक्षा हो या फिर नौकरी में भर्ती की परीक्षा, पर्चे आउट होने या नकल कराने की खबरे उन प्रतियोगियों का विश्‍वास तोड़ने वाली होती है जो इनके लिए कड़ी मेहनत करते है। नीट के साथ ही राजस्‍थान में पुलिस उपनिरीक्षक भर्ती में भी नकल गिरोह पकड़ा गया है।    
जाहिर है कि पाठ्यक्रमों में प्रवेश परीक्षाएं ही नहीं, बल्कि नौकरियों की भर्ती परीक्षाओं में भी नकल गिरोह का जाल अपनी करतूतों को बेखौफ होकर अंजाम दे रहा है। पात्र लोग वंचित हो रहे है। भला परीक्षाओं में धांधली की सजा छात्रों को क्‍यों? कोचिंग संस्‍थानों की मिलीभगत की शिकायतें बता रहीं है कि लूट-खसोट में कोई पीछे नहीं है। परीक्षाओं की गोपनीयता बनाए रखने के ठोस प्रयासों के साथ इनकी पवित्रता नष्‍ट करने वालों को सख्‍त से सख्‍त सजा का प्रावधान भी करना ही होगा।  
  

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