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ACT COMMPUTER CHHINDWARA CPCT TIPING

created Sep 13th 2021, 07:17 by jayant bhalavi


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गणपति का मतलब है जो सभी गुणों के पति हैं। हमें सिर्फ उन गुणों की महिमा नहीं गानी है। बल्कि उन गुणों को धारण भी करना है। तभी हम विध्न विनाशक बन सकते हैं। गणेश जी के जन्मि की कहानी से हमें बहुत कछ सीखने मिलता है। कहा जाता है कि जब शंकरजी दस साल की तपस्या  पर गए तो पार्वती जी ने अपने शरीर के मैल से एक बच्चेी को बनाया, जो दस साल का था। पार्वती जी स्नाहन करने गईं तो उन्होंलने बच्चेी को दरवाजे पर बाहर खड़ा किया और कहा किसी को अंदर आने मत देना। शंकर जी दस साल की तपस्याब से वापस आए तो बच्चेो ने उन्हेंट अंदर आने नहीं दिया। कहा जाता है कि शंकर जी को इतना क्रोध आया कि उन्होंेने उस बच्चेच का सिर काट दिया। जब पार्वती जी बाहर आईं तो उन्हों ने कहा कि आपने अपने ही बच्चें  का सिर काट दिया। तब शंकर जी ने कहा कि अभी जो यहां से गुजरेगा, उसका सिर मैं इस बच्चेो को लगा दूंगा। तभी वहां से हाथी गुजरा तो शंकर जी ने हाथी का सिर बच्चेे को लगा दिया। फिर गणेश जी का यह रूप बना जिसकी हम पूजा करते हैं। हमने कभी यही नहीं सोचा कि इस कथा का क्याज अर्थ है। आज हम दस मिनट भी ध्याजन कर लें तो बिलकुल शांत अनुभव करने लगते हैं। और यहां हम कह रहे हैं शंकर जी दस साल की तपस्या के बाद आए और उनको छोटी-सी बात पर इतना गुस्साे आया कि उन्होंलने बच्चेम का सिर काट दिया?जब हम ऐसा नहीं कर सकते तो दस साल की तपस्यांसे लौटे ईश्व‍र ऐसा कैसेकर सकते हैं?इतनी-सी बात पर सिर काट दिया और फिर वही सिर क्योंप नहीं लगायाᣛ ? हाथी का सिर क्योंर लगायाᣛ ? अगर हमने इसका जवाब नहीं समझा, तो इसे सिर्फ एक कथा की तरह ही सुनते रह जाएंगे।इसका कुछ अलग अर्थ भी हो सकता है, जो शायद हमने कभी सोचा ही नहीं हैं।  
पार्वती एक देवी हैं। क्याह किसी से शरीर से इतनी मिट्टी निकल सकती है कि एक बच्चाग बन जाए ? तो उसका अर्थ क्याय है?शरीर की मिट्टी यानी अहंकार।अहंकार को हमेशा सिर में दिखाया जाता हैं। जब किसी व्य क्ति‍ को अहंकार हो जाता हैं तो लोग कहते हैं कि इसका सिर बहुत ऊंचा हो गया है। जब हम परमात्माो को याद करते हैं, आध्याीत्मिक ज्ञान का अध्यहयन करते हैंतो सबसे पहला बदलाव जो हमारे अंदर आता है कि हमारा अहंकार खत्म  होने लगता है।यानी अहंकार का सिर काटने लगता है। वास्तैव में इस शरीर का सिर नहीं, बल्कि अहंकार का सिर है। जब अहंकार का सिर कटता है तो एक बहुत बुद्धि वाला सिर उसपर लगता है इसलिए दिखाते है कि बच्चेि का सिर काटा और हाथी का सिर लगा दिया। उसके एक-एक अंग में बुद्धि‍ और ज्ञान है।  
 
 
 

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