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(SANKALP TYPING INSTITUTE)-अनिल सेमेकार
created Jan 3rd 2018, 07:27 by ANIL SEMEKAR
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लोकायुक्त की एक दिन में दो कार्रवाई, वाणिज्यिक कर के बाबू और नगर निगम के नोटिस सर्वर को रिश्वत लेते पकड़ा वाणिज्यिक कर कार्यालय और नगर निगम के गढ़ा जोन में कार्रवाई नए साल के दूसरे दिन लोकायुक्त की टीम ने एक दिन में दो कार्रवाई की है। लोकायुक्त ने मंगलवार दोपहर 3 बजे वाणिज्यिक कर विभाग के बाबू प्रदीप श्रीवास्ताव को दो हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। शाम 4 बजे नगर निगम के गढ़ा जोन में नोटिस सर्वर आनंद राज अहिरवार को 1500 रुपए की रिश्व्त लेते पकड़ा गया। दोनों मामलों में भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। फाइल निकालने के लिए बाबू ने मांगी थी रिश्वत प्राप्त जानकारी के अनुसार एसोसिएट इलेक्ट्रिक एजेन्सी मुंबई की वाणिज्यिक कर असेसमेंट की फाइल विभाग के बाबू प्रदीप श्रीवास्तव के पास थी। एजेंसी ने वाणिज्यिक कर ट्रिब्यूनल भोपाल में असेसमेंट के खिलाफ अपील की थी। इसके लिए असेसमेंट फाइल की जरूरत थी। एजेन्सी के प्रतिनिधि सुरेश गुप्ता ने बाबू प्रदीप श्रीवास्तव से संपर्क किया। बाबू ने फाइल ढूंढने के लिए तीन हजार रुपए की मांग की। सुरेश गुप्ता ने रकम कम करने के लिए कहा, उनका सौदा दो हजार रुपए में तय हुआ। फरियादी ने इसकी शिकायत लोकायुक्त से की। लोकायुक्त ने सुरेश गुप्ता को नोटों में कैमिकल लगाकर दिए। बाबू प्रदीप श्रीवास्तव को दो हजार रुपए दिए। बाबू ने रिश्वत की रकम अपनी पैन्ट की जेब में रख ली। लोकायुक्त के डीएसपी दिलीप ने और निरीक्षक भास्कर की टीम ने बाबू को रंगे हाथ दबोच लिया। कार्रवाई के दौरान लोकायुक्त ने बाबू का पैन्ट भी जब्त कर लिया। बाबू के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई। लोकायुक्त से प्राप्त जानकारी के अनुसार सरदार वल्लभ भाई पटेल वार्ड में रहने वाले दिलीप केवट का मकान अतिक्रमण में टूट रहा था। दिलीप को नगर निगम से जमीन का पट्टा मिलना था। पट्टे के लिए वह कई दिनों से नगर निगम के गढ़ा जोन के कार्यालय के चक्कर लगा रहा था। परेशान होकर वह जब वह नोटिस सर्वर आनंद राज अहिरवार से मिला तो उसने कहा कि दो हजार रुपये लगेंगे। उसका काम हो जाएगा। दिलीप ने गरीबी का हवाला देकर रकम कम करने के लिए कहा, 1500 रुपए में मान गया। इसकी शिकायत लोकायुक्त से की गई। मंगलवार शाम 4 बजे दिलीप कैमिकल लगे 1500 रुपए के नोट लेकर नोटिस सर्वर के पास पहुंचा। नोटिस सर्वर जाने कार्यालय में अपनी सीट पर बैठा हुआ था। उसने रकम लेकर शर्ट की जेब में डाल ली। लोकायुक्त के निरीक्षक मनोज गुप्ता, मंजू किरण और भूपेन्द्र पटेल की टीम ने नोटिस सर्वर को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। नोटिस सर्वर के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। पट्टे के लिए मांग।
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