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साँई कम्प्यूटर टायपिंग इंस्टीट्यूट गुलाबरा छिन्दवाड़ा म0प्र0 संचालक:- लकी श्रीवात्री मो0नां. 9098909565
created Aug 6th 2022, 03:05 by sandhya shrivatri
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अंतरराष्ट्रीय खेल जगत में भारतीय खिलाडि़यों को सफलता मिल रही है। राष्ट्रमंडल खेलों (कॉमनवेल्थ गेम्स) में भी हमारा यह अभियान जारी है। यह आजादी का अमृत वर्ष भी है। भारत अधिक उत्साह और आशा से इस बार के खेलों में भाग ले रहा है। अंतरराष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिताओं में सफलता अर्जित करना देश के गौरव को बढ़ाता है और हर भारतीय को इससे प्रसन्नता ही होगी। प्रत्येक प्रतियोगिता हमें अन्य बड़ी प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करती है। हमारा उत्साह बढ़ता है और हम बहुत कुछ सीखते भी है। असली मुद्दे पर आने के लिए हम कॉमनवेल्थ के बारे में थोड़ा जान लेते हैं। कॉमनवेल्थ दरअसल में है क्या? कॉमनवेल्थ देश संख्या में 54 हैं। इनमें कॉमन क्या हैं? इनकी निर्धनता? इनका अविकसित या विकासशील होना? इनमें से बहुत से देशों में यह बात तो कॉमन है। एक और सबसे बड़ी समानता यह है कि ये सभी देश एक समय ब्रिटिश शासन के अधीन रह चुके हैं अर्थात् ये सभी एक समय ब्रिटिश गुलामी में थे। यूं कॉमनवेल्थ और भी कई है। जैसे अमरीका में उनके अपने ही राज्यों का कॉमनवेल्थ है। उनका फिलीपींस, पोर्टोरिको तथा उत्तरी मरीन आइलैंड के साथ भी कॉमनवेल्थ समूह है। सोवियत संघ का कॉमनवेल्थ सबसे ताजा समूह है, जो 2008 में संघ के टूटने से बना। यह एकदम अलग मामला है, जिस कॉमनवेल्थ की हम बात कर रहे हैं, वह 54 राष्टों का समूह है। जिसमें कुछ अपवादों को छोड़ कर शेष ब्रिटिश उपनिवेश रह चुके है। यूं ये विश्व की एक तिहाई आबादी और चौथाई भूमि के देश हैं। ब्रिटिश महारानी इस समूह की अध्यक्ष होने के साथ-साथ ऑस्ट्रलिया, न्यूजीलैंड, कनाडा, बारबडोस सहित कुल 15 देशों की भी महारानी है। जो इस संगठन के सदस्य है। इस संस्था का ध्वज आप देखें तो पाएंगे कि एक गोल छल्ले के बीच में ग्लोब है। इस छल्ले का एक हिस्सा खुला हुआ है। अर्थात मुक्ति की ओर इशारा तो है, किंतु मात्र 5 प्रतिशत। बरसों बरस से यह छल्ला इससे अधिक नहीं खुल पाया है। सदस्य राष्ट्र भी अड़ोसी-पड़ोसी नहीं, पृथ्वी के अलग-अलग हिस्सों से हैं। महारानी एलिजाबेथ ने इस समूह का कार्यभार संभालते समय कहा था- कॉमनवेल्थ का पूर्व के साम्राज्यों से काई साम्य नहीं है। यह एक नया विचार है जो मित्रता वफादारी और स्वतंत्रता एवं शांति की मनुष्य की सर्वोत्तम कामना पर आधारित है। आप शब्दों पर ध्यान दीजिए। वफादारी क्या हैं? स्वतंत्रता और शांति की कामना आप करते ही रहिए और उसी ध्वज के तले विचरण कीजिए। हमें 75 साल हो चुके है आजाद हुए। क्या हमें अब भी कोई उंगली थाम कर बाल मंदिर स्कूल में छोड़ने और लेने आएगा।
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