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हिंदी टाईपिंग मंगल फान्ट BY AJIT KUMAR VERMA SIR UPSI,UPASI, LEKHA
created Jan 11th 2022, 02:35 by New Era By Aj
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उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव की तारीखें जैसे-जैसे नजदीक आ रही हैं, वैसे-वैसे सियासी दलों ने एक-दूसरे पर हमला तेज कर दिया है. इस बीच अखिलेश के जिन्ना वाले बयान पर चर्चाओं ने फिर जोर पकड़ लिया है। यूपी विधान सभा चुनाव को लेकर सियासी दलों में जुबानी जंग तेज होने लगी है, कुछ दिन पहले ही चुनावी रैली में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने पाकिस्तान के जनक मोहम्मद अली जिन्ना के नाम का जिक्र किया था। अखिलेश के जिन्ना वाले बयान पर खूब सियासत हुई थी, अब इसपर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी ने भी अपना पक्ष रखा है, उन्होंने जिन्ना के नाम के इस्तेमाल को बेवकूफी करार दिया है। उन्होंने ने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में कहा कि भारत के मुस्लिम जिन्ना को आजादी से पहले ही खारिज कर चुके हैं, जिन्ना साहब में अच्छाइयां रही होंगी, लेकिन हमारे लिए उन अच्छाइयों का कोई मतलब नहीं है,जिन्ना तो कुल्हाड़ी मारकर जा चुके हैं। मदनी से जब पूछा गया कि जिन्ना के बयान का मुस्लिम वोट पर कोई प्रभाव पड़ेगा, क्या मुस्लिम इस बार अखिलेश यादव को वोट देंगे? इस पर मदनी ने स्पष्ट कहा, 'कभी नहीं हो सकता है. भारत में रहने वाला मुसलमान बाई चांस इंडियन नहीं है, बाई चॉइस इंडियन है, जिन्ना को तो सन 1947 में, 46, में और 1942 में भारतीय मुसलमानों ने खारिज किया।' अखिलेश ने जिन्ना के नाम का जिक्र क्यों किया? इसपर मदनी ने कहा, 'यह तो वह बताएंगे, आडवाणी जी ने क्यों लिया था, यशवंत सिन्हा ने क्यों लिया था, या इन्होंने क्यों लिया ये (अखिलेश) बताएंगे।' जिन्ना पर फिर पूछे गए सवाल पर मदनी ने कहा, 'मोटे तौर पर यह बेवकूफी है, कोई लेनादेना नहीं है, जिन्ना साहब में कुछ अच्छाइयां भी होंगी, लेकिन हमारे लिए तो बेकार हैं ना वो, वो तो कुल्हाड़ी मारकर चले गए, उनका हमसे क्या लेना देना। अखिलेश यादव एक स्वतंत्र राजनीतिक पार्टी के नेता हैं, हो सकता है उन्हें उनकी कोई बात अच्छी लगती हो, वे करें, लेकिन इससे मुसलमान को क्यों जोड़ा जा रहा है। मुझे इस पर भी ऐतराज है, बहुत से लोगों की तारीफ कर सकते हैं, आजकल लोग गोडसे साहब की तारीफ कर रहे हैं। मैंने गोडसे को भी साहब कहा क्योंकि सबके नाम के साथ लगाता हूं।' मौलाना ने मुसलमानों से अपील की कि वे किसी एक पार्टी को हराने के लिए मतदान न करें, जिताने की मंशा होनी चाहिए। भारत का मुसलमान इस उपमहाद्वीप के मुसलमानों से किसी भी मायने में कम नहीं है, बल्कि ज्यादा ही है। उन्होंने कहा कि कुछ दलों ने अपना मकसद सिद्ध करने के लिए मुसलमानों को बदनाम किया है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के जातिगत जनगणना कराने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ दिए जाने के ऑफर के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने शुक्रवार को राजद पर जोरदार निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि उनका यह दिवास्वप्न सिर्फ दिवास्वप्न ही बनकर रह जाएगा। उन्होंने बिना किसी के नाम लिए हुए कहा, बिहार की राजनीति में समाजवादी परजीवी नेताओं की एक विचित्र जमात है।
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