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shivani shorthand typing center jiwaji ganj morena (M.P.) Mob. No. 8871426000

created Nov 26th 2021, 04:19 by Shivani shorthand


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महोदय, हमारे यहाँ पिछले कुछ दसक से उच्‍च शिक्षा देने वाली संस्‍थाओं की भारी वृद्धि हुई है। यह हमारे लिए बड़ी खुशी की बात है। उच्‍च शिक्षा से हमारे आशय स्‍नातक, स्‍नातकोत्‍तर पत्रोवादी पाठद्ययक्रम और अनुसंधन कार्यक्रम को संचालित करने के कार्यक्रम से है। 1950 में देश में सिर्फ तीन लाख विद्यार्थी इन विश्‍वविद्यालय में पंजीकृत थे जिनकी संख्‍या अब 50 लाख तक पहुंच चुकी है। इस प्रकार विश्‍वविद्यालयों की संख्‍या जहां 30 थी, वह बढ़कर आज लगभग 200 हो चुकी है। पिछले कुछ वर्षों से बार बार कहा जाता रहा हे कि उच्‍च शिक्षा पर हो रहे खर्चे को प्राथमिक शिक्षा की ओर मोड़ा जाना चाहिए। वस्‍तुत: यह कहना उचित होगा कि उच्‍च और प्राथमिक शिक्षा एक दूसरे के पूरक हैं। इनमें कभी टकराव की स्थिति नहीं हो सकती। यद्यपि राष्‍ट्र के निर्माण में शिक्षा की दृष्टि से दोनों शैक्षणिक धारा की अपनी-अपनी अहम भूमिका है,। उच्‍च शिक्षा में सरकार की हिस्‍सेदारी हो या ना हो, यदि हो तो किस तरह की हो आदि के सवाल पर नये सिरे से विचार करने की आवश्‍यकता को देखते हुए विश्‍वविद्यालय अनुदान आयोग ने एक समिति नियुक्‍त की थी। उस कमेटी का कार्य हिस्‍सेदारी के बारे में अपनी रिपोर्ट पेश करना था समिति ने जो रिपोर्ट पेश की है, उसमे कहा है कि सरकार को उच्‍च शिक्षा के साथ प्रत्‍यक्ष और अप्रत्‍यक्ष रूप से संबंध रखना चाहिए। समिति ने यह स्‍पष्‍ट रूप से कहा है कि शिक्षा के मामले में सरकार को अखण्‍ड वित्‍तीय सहायता उपलब्‍ध कराना चाहिए। इस पहल के बगैर शिक्षा का संभव नहीं हो सकता है। पूर्व में उनके खर्च की भरपाई शिक्षण शुल्‍क से होती थी। यह सही है कि शैक्षणिक शुल्‍क की दर विगत वर्षों से नहीं बदली गई है। कई-कई जगहों तो स्‍कूल शुल्‍क, कॉलेज शुल्‍क से ज्‍यादा वसूल किया जा रहा है। शुल्‍क बढ़ाये जाने की बात पर राज‍नीतिक दल के साथ विद्यार्थी संगठन इसके खिलाफ खड़े हो जाते हैं, इस कारण से फीस वृद्धि करने का विचार टाल दिया जाता है, विकास कार्यक्रम रोक दिया जाता है विद्यालय, महाविद्यालय का घाटा निरंतर बढ़ता रहता है। इसलिए विश्‍वविद्यालय अनुदान आयोग संस्‍था में लगातार तंगी बनी रहती है। इसके कारण उसको गैरयोजना खर्च में आवश्‍यक रूप से काफी कटौती करनी पड़ती है।
 
 
समस्त छात्र/छात्राओं को सूचित किया जाता है कि जिला न्यायालय स्टेनोग्राफर ग्रेड-2, ग्रेड-3 सहायक ग्रेड-3 की प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी के लिए बैच दिनांक:- 29.11.2021 सोमवार से प्रारंभ हो रहा है, जो भी छात्र/छात्राऐं मुख्य परीक्षा की तैयारी करना चाहते हैं वह शिवानी शॉर्टहैण्ड  टायपिंग सेंटर पर संपर्क करें- मोबा. न. 8871426000

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