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साँई टायपिंग इंस्टीट्यूट गुलाबरा छिन्दवाड़ा (म0प्र0) संचालक:- लकी श्रीवात्री मो0नं. 9098909565
created Jan 25th 2021, 06:15 by vinitayadav
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जब कभी आत्मविश्वास डगमगाए तो अपने आप से एक सवाल पूछना चाहिए अगर में सफल नहीं हुआ तो ज्यादा से ज्यादा बूरा क्या हो सकता है। एक हास्य कलाकार था, वह रेडियो स्टेशन में काम करता था और उसका प्रोग्राम काफी लोकप्रिय था। एक दिन उसके पास एक अखबार से फोन आया की वे उसके बारे में लेख लिखना चाहते हैं। इंटरव्यु पूरा हुआ तो उससे पूछा गया आप आगे क्या करने का सोच रहे है? तब तक उसने अपने भविष्य के बारे में कुछ भी नहीं सोचा था। लेकिन पूछने वाले की रूचि देखकर उसे लगा कि कुछ तो बताना ही पडेगा। और एक दम से उसके मूंह से निकल गया मैं सबसे तेज बोलने का गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड तोडने का सोच रहा हूं। अगले दिन अखबार में वह लेख छप गया, उसी दिन शाम को उसके पास टेलीविजन से फोन आ गया वे अपने लाइफ शो पर उसे लाना चाहता थे और चाहते थे कि उनके प्रोग्राम पर उसी रात रिकॉर्ड तोड़ने की कोशिश की जाये।
उसने पहले कभी उस लाईफ शो का नाम नहीं सुना था। बताया गया कि यह एक विश्व स्तर का शो था किसी के लिए भी यह जिंदगी का एक ऐसा मौका था जो दोबारा नहीं मिलने वाला था। उसके मन में कई सवाल उमड रहे थे, की अगर मैं रिकॉर्ड न तोड़ पाया तो यहां भी सबसे बूरा क्या हो सकता है। यह कि मैं विश्व स्तर शो पर एक मूर्ख जैसा लगूंगा और इसके उलट मैंने रिकॉर्ड तोड़ दिया तो। मन में इन सवाल जवाबों के चलते अंतत: वह परीक्षा की उस घडी में कूद गया। वह शो खत्म होने तक रिकॉर्ड तोड़कर विश्व स्तर टेलीविजन के सामने एक मिनट में 585 शब्द बोलकर सबसे तेज बोलने वाला पुरूष बन गया। क्या आप जानते हैं कि ज्यादातर हमारी असफलताओं के पीछे किस चीज का हाथ होता हैं, वह हानि हार का डर जीतने के लिए संघर्ष करने का डर, हार की बेइज्जती का डर, यह डर ही हैं जो हमारी असफलता का मुख्य कारण है। इस डर को खत्म करने के लिए इस वाक्य को अपने अपने मन में गहराई से उतार ले की भी कभी आपके मन में किसी चुनौती के बारे में सुनकर पीछे हटने का मन न हो। चुनौती के बारे में सुनकर बस एक ही विचार आना चाहिए और वह है अगर में हार गया तो ज्यादा से ज्यादा बुरा क्या होगा।
उसने पहले कभी उस लाईफ शो का नाम नहीं सुना था। बताया गया कि यह एक विश्व स्तर का शो था किसी के लिए भी यह जिंदगी का एक ऐसा मौका था जो दोबारा नहीं मिलने वाला था। उसके मन में कई सवाल उमड रहे थे, की अगर मैं रिकॉर्ड न तोड़ पाया तो यहां भी सबसे बूरा क्या हो सकता है। यह कि मैं विश्व स्तर शो पर एक मूर्ख जैसा लगूंगा और इसके उलट मैंने रिकॉर्ड तोड़ दिया तो। मन में इन सवाल जवाबों के चलते अंतत: वह परीक्षा की उस घडी में कूद गया। वह शो खत्म होने तक रिकॉर्ड तोड़कर विश्व स्तर टेलीविजन के सामने एक मिनट में 585 शब्द बोलकर सबसे तेज बोलने वाला पुरूष बन गया। क्या आप जानते हैं कि ज्यादातर हमारी असफलताओं के पीछे किस चीज का हाथ होता हैं, वह हानि हार का डर जीतने के लिए संघर्ष करने का डर, हार की बेइज्जती का डर, यह डर ही हैं जो हमारी असफलता का मुख्य कारण है। इस डर को खत्म करने के लिए इस वाक्य को अपने अपने मन में गहराई से उतार ले की भी कभी आपके मन में किसी चुनौती के बारे में सुनकर पीछे हटने का मन न हो। चुनौती के बारे में सुनकर बस एक ही विचार आना चाहिए और वह है अगर में हार गया तो ज्यादा से ज्यादा बुरा क्या होगा।
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