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created Jan 25th 2021, 01:22 by bansodtyping


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सफलता किसी भी परिश्रम का वह फल है जो मंजिल मिलने के बाद मिलती है। सफलता का पहली सीढ़ी लक्ष्‍य का चुनाव करना है। अगर जीवन में लक्ष्‍य नहीं होगा तो सफलता पाना मुश्किल होता है। हर किसी के लिए सफलता की अपनी परिभाषा होती है। कोई धन कमाने को सफलता मानता है तो कोई ज्ञान अर्जित करने को लक्ष्‍य प्राप्ति मानता है। कहते हैं कि जो व्‍यक्ति मानसिक रूप से मजबूत होते हैं, उन्‍हें किसी भी तरह की सफलता प्राप्‍त हो सकती है। सफलता प्राप्‍त करने के लिए लक्ष्‍य का होना जरूरी होता है। इसके लिए सबसे पहले लक्ष्‍य का चुनाव करना चाहिए। इसके बाद लक्ष्‍य को हासिल करने के लिए प्‍लानिंग करनी चाहिए। कहते हैं कि कोशिशों के बिना सफलता हासिल करना मुश्किल होता है। सफलता के रास्‍ते में व्‍यक्ति को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में व्‍यक्ति को कभी भी हिम्‍मत नहीं हारनी चाहिए। कई बार ऐसा होता है कि कड़ी मेहनत करने के बाद भी लक्ष्‍य दूर लगता है। यह वह स्थिति होती है कि जब व्‍यक्ति के धैर्य की परीक्षा होती है। विद्वान कहते हैं कि जब व्‍यक्ति  को लगने लगे कि अंधेरा घनघोर है तो आपकी जीवन में प्रकाश आने वाला होता है। सफलता पाने के लिए व्‍यक्ति को कभी भी गलत तरीकों का इस्‍तेमाल नहीं करना चाहिए। सफलता के मार्ग में झूठ सबसे बड़ा बाधा होता है। इससे व्‍यक्ति के आत्‍म विश्‍वास में कमी आती है। इसलिए व्‍यक्ति को सच के साथ कठिन परिश्रम करना चाहिए।
 

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