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BUDDHA ACADEMY TIKAMGARH (MP) || ☺ || ༺•|✤आपकी सफलता हमारा ध्येय✤|•༻
created Jan 23rd 2021, 03:33 by Buddha academy
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एक घर में एक बूढ़ा परिवार रहता था दोनों ही अपना जीवन बुढ़ापे से काट रहे थे घर में और कोई भी व्यक्ति नहीं था जो उनके घर के कामों को संभाल सके तो उन्होंने सोचा कि हमें एक नौकर रख लेना चाहिए। जिससे उनके घर के काम आराम से हो सके बूढ़ा व्यक्ति थोड़ा-सा शक्की था अब उसे विश्वास नहीं हो रहा था। कि हम ऐसे कैसे व्यक्ति को रख सकते हैं जो हमारा नुकसान ना करें बहुत ढूंढ़ने पर भी उन्हें ऐसा आदमी नहीं मिला।
फिर उन्हें एक लड़ा मिला जिस को उन्होंने नौकरी पर रख लिया लड़का हर रोज सुबह से लेकर शाम तक काम करता और चला जाता है लेकिन उस बूढ़े आदमी को उस पर थोड़ा सा शक हो रहा था कि कहीं हमें नुकसान न पहुंचाए तो उसे पता करने के लिए उसने दो का सिक्का फर्श पर गिरा दिया और जैसे सिक्का गिरा तो सिक्के की आवाज सुनकर लड़के ने देखा कि बूढ़े व्यक्ति की जेब से सिक्का गिर गया है फिर वह लड़का सिक्का उठाकर अपने बूढ़े आदमी को दिया कहा कि बाबा जी लो आपका सिक्का गिर गया था। बाबा सोचने लगा कि यह तो शायद ईमानदार है लेकिन उसे तब भी यकीन नहीं हो रहा था।
तो एक दिन उसने अपनी जेब से बीस का नोट निकाला और फर्श पर गिरा दिया और जैसे ही वह फर्श पर गिरा तो उस लड़के ने देखा कि इस बार बूढ़े आदमी ने जानबूझकर फर्श पर 20 का नोट गिराया है। अब लड़के को बहुत गुस्सा आ रहा था।
उसने कहा कि अब मैं आपके यहां पर नौकरी नहीं कर सकता हूं आप बार-बार ऐसा कर रहे हैं और मुझे देख रहे हैं कि मैं यह पैसे अपने पास रखूंगा या नहीं और मैं उस घर में काम बिल्कुल नहीं कर सकता जहां पर विश्वास नाम की चीज रखी हुई है। फिर वह लड़का वहां से नौकरी छोड़कर अपने घर चला गया और इस प्रकार वह बूढ़ा आदमी देखता ही रह गया कि मैंने उस पर शक किया जबकि वह ईमानदार लड़का था।
फिर उन्हें एक लड़ा मिला जिस को उन्होंने नौकरी पर रख लिया लड़का हर रोज सुबह से लेकर शाम तक काम करता और चला जाता है लेकिन उस बूढ़े आदमी को उस पर थोड़ा सा शक हो रहा था कि कहीं हमें नुकसान न पहुंचाए तो उसे पता करने के लिए उसने दो का सिक्का फर्श पर गिरा दिया और जैसे सिक्का गिरा तो सिक्के की आवाज सुनकर लड़के ने देखा कि बूढ़े व्यक्ति की जेब से सिक्का गिर गया है फिर वह लड़का सिक्का उठाकर अपने बूढ़े आदमी को दिया कहा कि बाबा जी लो आपका सिक्का गिर गया था। बाबा सोचने लगा कि यह तो शायद ईमानदार है लेकिन उसे तब भी यकीन नहीं हो रहा था।
तो एक दिन उसने अपनी जेब से बीस का नोट निकाला और फर्श पर गिरा दिया और जैसे ही वह फर्श पर गिरा तो उस लड़के ने देखा कि इस बार बूढ़े आदमी ने जानबूझकर फर्श पर 20 का नोट गिराया है। अब लड़के को बहुत गुस्सा आ रहा था।
उसने कहा कि अब मैं आपके यहां पर नौकरी नहीं कर सकता हूं आप बार-बार ऐसा कर रहे हैं और मुझे देख रहे हैं कि मैं यह पैसे अपने पास रखूंगा या नहीं और मैं उस घर में काम बिल्कुल नहीं कर सकता जहां पर विश्वास नाम की चीज रखी हुई है। फिर वह लड़का वहां से नौकरी छोड़कर अपने घर चला गया और इस प्रकार वह बूढ़ा आदमी देखता ही रह गया कि मैंने उस पर शक किया जबकि वह ईमानदार लड़का था।
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