eng
competition

Text Practice Mode

सॉंई टायपिंग इंस्‍टीट्यूट गुलाबरा छिन्‍दवाड़ा म0प्र0 सीपीसीटी न्‍यू बैच प्रारंभ संचालक:- लकी श्रीवात्री मो0नं. 9098909565

created Sep 14th 2020, 15:09 by lovelesh shrivatri


1


Rating

268 words
4 completed
00:00
नींद का मनुष्‍य के जीवन में महत्‍पूर्ण स्‍थान है- मनुष्‍य अपने जीवन एक-तिहाई भाग सोते हुए गुजारता है। नींद में परिवर्तन होने का प्रभाव मनुष्‍य की कार्यक्षमता तथा उसके स्‍वास्‍थ्‍य पर पड़ता है। आज के आधुनिक युग में काम, क्रोध, लोभ, मोह, असंतोष आदि मानसिक विकारों के कारण मनुष्‍य इतना अशान्‍त बन चुका है कि उसको स्‍वाभाविक नींद के लिए तरसना पड़ता है। आज अनिद्रा का रोग सारे विश्‍व में महारोग की भांति फैलता जा रहा है। आज के दौर में नींद आना एक आम शिकायत हो गई है। डॉक्‍टरो के पास नियमित ऐसे रोगी आते है, जिनकी खास शिकायत नींद आने की होती है।  
नींद एक प्रक्रिया है जिसके द्वारा शरीर आराम पाता है गहरी नींद से व्‍यक्ति अपने आपको तनाव रहित पाता है, क्‍योंकि उससे दिमाग और शरीर को पूर्णरूप से आराम मिल जाता है। जब हम प्राप्‍त: सोकर उठते है तो हमारा दिमाग हल्‍का-फुल्‍का एवं शरीर तरोताजा रहता है। यदि हम रात्रि में ठीक तरह से नींद नहीं ले पाते है, तो हमें प्रात:काल से ही सुस्‍ती रहती है- हाथ पैर तथा सिर दर्द करता है। आंखे भारी-भारी रहती है एवं किसी भी कार्य में मन नहीं लगता है अर्थात् रात्रि के साथ-साथ अगला दिन भी बेकार हो जाता है। अच्‍छे स्‍वास्‍थ्‍य के लिए गहरी नींद का आना अत्‍यन्‍त आवश्‍यक है। यदि कई दिनों तक नींद नहीं आती है तो मनुष्‍य पागल हो जाता है, जितनी खुराक हमें नींद से मितली उतनी अन्‍य किसी वस्‍तु से नही।    
अच्‍छी नींद प्राप्‍त करने के लिए दवाओं का सहारा लेना अच्‍छी बात नहीं है। नींद की गोलिया खाने से स्‍वास्‍थ्‍य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।  

saving score / loading statistics ...