Text Practice Mode
कोरोना वाईिरिस
created May 21st 2020, 05:55 by mrsonu04
0
200 words
6 completed
0
Rating visible after 3 or more votes
00:00
पिंकी मेरा चश्माु तो देना, श्रीमान जी लगातार आवाजें लगा रहें थें. पिकी अपने फोन पर दोस्तोंम के साथ कॉन्फ रेन्सन कॉल में व्यास्तब थी. मैं सुधा श्रीमान जी की पत्नीप सुबह से तीसरी बार पति के लिए स्पेआशल वाली लीफ टी बना रहीं थी. बेटा वीडियों गेम में व्य स्ती था, हमेशा की तरह सासू मां अपने भगवान को जल चढ़ाने में व्यहस्तत थीं. मैं भी सोचती काम ना करने के कितने बहाने लोग ढू़ढे लेते हैं और जिन्हेंे आराम करना हे वो आराम ही करते रहते हैं. ये कोरोना नहीं हो गया मेरे लिए तो मानो अजाब बन गया पति के हाथ में एक अलग ही फ्लेवर वाली चाय पकड़ाई तो दूसरा काम बता दिया यार तुम्हीत मेरा चश्मार ले आओ, ये बच्चेंय भी न तुमने कुछ सिखाया ही नहीं मन किया बोलू श्रीमान आज तक आप को भी तो कुछ सिखा नहीं पाई और हा ये बच्चेक तो मैं दहेज में लेकर आई थी आप तो इनके कुछ है ही नहीं सिखाना केवल मेरा काम नहीं चश्माो लेने गई तो पिंकी से टकरा गई, उसने मुझे बाहों मे कस के मेरे माथे पर चूमा और बोली यू आर दी बेस्टई मॉम ऑफ यूनिवस्र एक कम कॉफी है।
saving score / loading statistics ...